पडोह, 30 अक्टूबर (बालक राम नैन)
पांडवों की भूमि पडोह में भजन, कीर्तन और भागवत कथा की परंपरा निरंतर चलती रहती है। इसी कड़ी में बाबा विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष्य में बीबीएमबी वर्कशॉप परिसर में वीरवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बीबीएमबी के अधिकारी और कर्मचारी, स्थानीय व्यापारी तथा आसपास के लोगों ने तन-मन-धन से बढ़-चढ़कर सहयोग दिया।
भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और बाबा विश्वकर्मा जी के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। महिला भगतों ने भजन-कीर्तन और जप-यज्ञ के माध्यम से बाबा विश्वकर्मा जी का गुणगान किया।
कार्यक्रम की शुरुआत बीबीएमबी के कनिष्ठ अभियंता अजय नैन और फ़ोरम चन्द्रमणी द्वारा वर्कशॉप में स्थित बाबा विश्वकर्मा जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ हुई। चन्द्रमणी ने बताया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से पिछले 11 वर्षों से बाबा विश्वकर्मा जी की पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बाबा विश्वकर्मा जी सृष्टि के निर्माण, सृजन और शिल्प कौशल के देवता के रूप में पूजे जाते हैं, और हर वर्ष बीबीएमबी वर्कशॉप में जयंती पर भंडारे का आयोजन एक परंपरा बन चुका है। उन्होंने बताया कि परिसर में बाबा विश्वकर्मा जी का सुंदर मंदिर भी निर्मित किया गया है, जिनकी कृपा से यह आयोजन हर वर्ष सफलतापूर्वक संपन्न होता है।
भक्तों ने बाबा से क्षेत्र में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में बीबीएमबी के समस्त कर्मचारी, अधिकारी, स्थानीय व्यापारी व समाजसेवी सक्रिय रूप से शामिल रहे।


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