ड्योड गाँव में फिर धंसी ज़मीन, तीसरी बार बना विशाल गड्ढा — ग्रामीणों में हड़कंप, प्रशासन बेख़बर!


पंडोह, 1 नवंबर (बालक राम)



जिला मंडी की दरंग विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत हटोण के ड्योड गाँव में एक बार फिर ज़मीन धंसने की घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। शनिवार लगभग सुबह 3 बजे ज़ोरदार धमाके की आवाज़ के साथ गाँव के निवासी हरदेव शर्मा की ज़मीन में एक विशालकाय गड्ढा बन गया।

गड्ढा उनके घर से मात्र 20 मीटर की दूरी पर बना है, जिससे उनके मकान की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। स्थिति गंभीर देखते हुए परिवार ने तुरंत घर खाली कर दिया



⚠️ पहले भी हो चुकी हैं दो घटनाएं

ग्रामीणों का कहना है कि यह इस क्षेत्र में तीसरी बार ऐसा हादसा हुआ है।
पहले दो बार गड्ढे हटोण सड़क के पास बने थे, जिन्हें एनएचएआई (NHAI) और फोर-लेन निर्माणाधीन कंपनी ने तुरंत भर दिया था।
लेकिन इस बार जो गड्ढा बना है, वह सड़क से लगभग 60 मीटर नीचे की ओर है, जिसे भरना बहुत कठिन बताया जा रहा है।


 “फोर-लेन टनल से बढ़ा नुकसान” — पीड़ित का आरोप

पीड़ित व्यक्ति हरदेव शर्मा ने बताया कि फोर-लेन की सुरंग (टनल) का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से ही उनके घर और ज़मीन को नुकसान पहुंच रहा है।



उन्होंने कहा कि वे कई बार एनएचएआई और जिला प्रशासन को शिकायत दे चुके हैं और तीन बार जॉइंट इंस्पेक्शन भी हो चुका है, मगर अब तक कोई मुआवज़ा नहीं मिला।

“हम मानसिक और आर्थिक रूप से बहुत परेशान हैं, प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है,” — हरदेव शर्मा


आसपास के घरों और स्कूल को भी हुआ खतरा

इस जमीन धंसने के कारण सुशील शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, पुष्पराज और नूपे राम के घरों में भी दरारें आ गई हैं।
यहाँ तक कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला ड्योड भवन में भी दीवारों में दरारें पड़ गई हैं, जिससे स्कूल में पढ़ाई कराना अब खतरे से खाली नहीं है।


 पंचायत ने की कार्रवाई ओर दी चेतावनी

घटना की सूचना मिलते ही हटोण पंचायत की प्रधान रौशनी, उपप्रधान नोक सिंह और पूर्व प्रधान दलीप ठाकुर मौके पर पहुंचे।



उन्होंने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करवाया और प्रशासन व पुलिस को सूचना दी।

पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग की कि—

  • प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर बसाया जाए।
  • उन्हें उचित मुआवज़ा और नई ज़मीन दी जाए।
  • जब तक समस्या का समाधान नहीं होता, फोर-लेन टनल निर्माण कार्य को रोका जाए

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीण सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।


 स्थानीय लोगों और कंपनी के बीच हुई झड़प

घटना स्थल पर पहुंचे फोर-लेन निर्माण कंपनी के कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच तीखी बहसबाज़ी हुई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई।
हालात बिगड़ते देख पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को सामान्य किया।


 प्रशासन की सुस्ती पर सवाल?

स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने सुबह 10 बजे ही डीसी मंडी और एसपी मंडी को घटना की जानकारी दे दी थी,
लेकिन तहसीलदार सदर शाम 4 बजे मौके पर पहुंचे — वो भी खाली हाथ
लोगों को अब तक कोई फौरी राहत नहीं दी गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय पर कदम उठाए होते तो स्थिति इतनी तनावपूर्ण नहीं बनती।
इस समय फोर-लेन ड्योड टनल का कार्य बंद है और पुलिस मौके पर तैनात है।

लगातार हो रही भूमि धंसान की घटनाओं से ग्रामीण भयभीत हैं। ओर डर के माहौल में जीने को मजबूर हैं।
लोगों का कहना है कि अगर जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो कभी भी बड़ी त्रासदी हो सकती है।


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